अरबों की आबादी वाले देश में हर बच्चे को बचपन में ही प्लास्टिक बैट और थोड़ा बड़ा होने पर लकड़ी के बैट पकड़ा दिये जाते हैं।राष्ट्रीय खेल भले हॉकी हो लेकिन हॉकी के प्रति क्रेज़ क्रिकेट जैसा कभी न देखा और न ही भविष्य में होने की संभावना है।
ऐसे में उस क्रिकेट खेल का नायक बनना अपने आप में सफलता की गाथा को बयां करता है।जहां कहावत कही जाती हो ‘खेलोगे कूदोगे बनोगे ख़राब,पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब’ ऐसे में खेलकर मुहावरे बदल देने वाले आप हो ‘धोनी’।
7 जुलाई 1981 यानि आज ही के दिन आपने बिहार में जन्म लिया लेकिन जब आप 19 वर्ष के खेलने लायक हुए तो बिहार से खनिज-लवण के साथ-साथ आपको भी छीन लिया गया और आप झारखंड के निवासी हो गए।क्षेत्रवाद का ही बड़ा रूप राष्ट्रवाद है तो चलिये 2004 से आप झारखंड और बिहार की सीमा को लांघकर भारत निवासी हो गए क्यूँकि आप विश्व क्रिकेट में भारत की ओर से खेलने लगे।और इस देश से बाहर कोई जाएगा तो परिचय में क्षेत्रवाद के बजाय राष्ट्रवाद ही देगा,अपने देश में जबतक हैं तबतक कोई बिहारी या पहाड़ी है।
आलोचनाएं और प्रतिकार को सहकर,धैर्य और अनुशासन बनाए रखने की सतत प्रक्रिया को जब आप सालों-साल तक लगातार बरकरार रखते हैं,तब कहीं जाकर आप ‘धोनी’ बनते हैं।
धोनी मतलब सब्र,
धोनी मतलब अनुशासन,
धोनी मतलब तेज,
धोनी मतलब चातुर्य,
धोनी मतलब त्याग…!
जन्मदिन की अनंत शुभकामनाएं MS Dhoni
लेखक : बाल मुकुंद ठाकुर